काराकस। दुनिया के सबसे बुजुर्ग व्यक्ति जुआन विसेंट पेरेज मोरा का 114 साल की उम्र में निधन हो गया। जुआन वेनेजुएला के रहने वाले थे। फरवरी 2022 में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ने उन्हें सबसे बुजुर्ग व्यक्ति घोषित किया था। उस वक्त उनकी उम्र 112 साल 253 दिन थी।
वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ङ्ग पर जुआन की मौत की जानकारी दी। जुआन का जन्म 27 मई 1909 को हुआ था। उनके 11 बेटे, 41 नाती, पोते-पोतियां, 18 पड़पोते-पोतियां और 12 ग्रेट-ग्रेट ग्रैंडचिल्ड्रन हैं।
गिनीज की रिपोर्ट के मुताबिक, जुआन वो पेशे से एक किसान थे। उन्होंने बताया था कि उनकी लंबी उम्र का राज कड़ी मेहनत, समय पर आराम करना और रोज एक ग्लास गन्ने से बनी शराब पीना है।
5 साल की उम्र से खेतों में काम कर रहे थे जुआन
5 साल की उम्र में जुआन ने अपने पिता और भाइयों के साथ खेत पर काम करना शुरू कर दिया था। वो गन्ने और कॉफी की खेती में उनकी मदद करते थे। इसके बाद वो शेरिफ (लोकल पुलिस अधिकारी) बन गए और अपने क्षेत्र में जमीन से जुड़े मसले सुलझाने लगे। हालांकि, इस दौरान उन्होंने खेती जारी रखी।
साल 1938 में जुआन ने एडिओफिना गार्सिया नाम की महिला से शादी कर ली। उनकी पत्नी की मौत 1997 में हुई। 2022 में जब जुआन को सबसे बुजुर्ग व्यक्ति घोषित किया गया, तब उन्हें कोई गंभीर बीमारी नहीं थी। वे कोई खास दवाइयां नहीं लेते थे। हालांकि, ज्यादा उम्र की वजह से जुआन ऊंचा सुनते थे।
जुआन को कोई गंभीर बीमारी नहीं थी
उन्हें अपने बचपन की ज्यादातर बातें भी याद थीं। उन्हें केक, सूप और एवोकैडो खाना बेहद पसंद था। स्पेन के सैटर्निनो डे ला फुएंते गार्सिया का 18 जनवरी 2022 को 112 साल और 341 दिनों की उम्र में निधन हो गया था। इसके बाद जुआन को दुनिया के सबसे बुजुर्ग जीवित व्यक्ति का खिताब मिला था।
जुआन का जन्म 27 मई 1909 में हुआ था। उन्हें 112 साल 253 दिन की उम्र में दुनिया का सबसे बुजुर्ग शख्स घोषित किया गया था।
जुआन का जन्म 27 मई 1909 में हुआ था। उन्हें 112 साल 253 दिन की उम्र में दुनिया का सबसे बुजुर्ग शख्स घोषित किया गया था।
पिछले साल सबसे बुजुर्ग महिला का निधन हुआ था
इससे पहले पिछले साल मार्च में दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला का निधन हुआ था। साउथ अफ्रीका में रहने वाली जोहाना माजिबुको 128 साल की थीं। उनका जन्म 1894 में हुआ था। जोहाना के 7 बच्चे, 50 से ज्यादा नाती, पोते-पोतियां और पड़पोते-पोतियां हैं।
जोहाना ने कभी पढ़ाई नहीं की थी। वो खेतों में काम करती थीं। उन्होंने 1914 में हुआ फर्स्ट वर्ल्ड वॉर, 1939 में हुआ सेकंड वर्ल्ड वॉर देखा। स्पैनिश फ्लू से लेकर कोरोना महामारी का सामना किया था।