रोहतक। हरियाणा के रोहतक में 29 फरवरी (गुरुवार) को गुरुग्राम के रहने वाले स्क्रैप कारोबारी सचिन की गोलियां मारकर हत्या कर दी गई। कत्ल की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गैंगस्टर रोहित गोदारा ने ली है। इसे लेकर रोहित गोदारा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर सचिन को दिल्ली का बड़ा बुकी बताते हुए गैंगस्टर कौशल चौधरी और अमित डागर का करीबी बताया।
इससे पहले रोहित गोदारा का नाम राजस्थान के नामी बदमाश राजू ठेहट और राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड में आया था। दोनों मर्डर के बाद गोदारा लाइमलाइट में आ गया। लॉरेंस गैंग के साथ मिलने के बाद गोदारा ने हरियाणा-राजस्थान में कई वारदातें कराईं।
गैंगस्टर रोहित गोदारा राजस्थान के बीकानेर जिले का रहने वाला है।
मोबाइल मैकेनिक से गैंगस्टर बना
रोहित गोदारा राजस्थान के बीकानेर जिले के कपूरीसर गांव का रहने वाला है। गैंगस्टर बनने से पहले उसका नाम रावतराम था। 10वीं की पढ़ाई छोडऩे के बाद वह मोबाइल मैकेनिक बन गया। उसने बीकानेर में ही बड़ी रिपेयरिंग की दुकान भी खोली।
गोदारा पर पहला मुकदमा बीकानेर सदर थाने में 7 अप्रैल 2010 को आर्म्स एक्ट, मारपीट और हत्या के प्रयास का दर्ज हुआ था। दोनों पक्षों के बीच समझौता होने पर कुछ दिन जेल में रहने के बाद रोहित बाहर आ गया। 2 साल तक सब कुछ ठीक चलता रहा। इसी बीच रोहित की पत्नी ने उसके खिलाफ 2012 में बीकानेर के महिला थाना में दहेज प्रताडऩा का केस दर्ज करा दिया।
फिरौती किंग के नाम से मशहूर हुआ
केस दर्ज होने के बाद रावतराम से वह रोहित गोदारा बनने की राह पर चल पड़ा। इसके बाद उसने अपनी दुकान बंद कर दी। जेल में रहने के दौरान उसके कई गैंगस्टर से संपर्क बन गए। शुरुआत में उसने छोटी-मोटी वारदातें करनी शुरू की। गैंगस्टर बनने के बाद उसे रोहित कपूरीसर के नाम से भी जाना जाता है।
उसने ही लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप का नेटवर्क राजस्थान में खड़ा करने में मदद की। वह राजस्थान में फिरौती किंग के नाम से मशहूर है।
30 से ज्यादा मामले दर्ज
गोदारा ने जेल से आने के बाद अवैध वसूली, फिरौती, लूटपाट और डकैती शुरू कर दी थी। कई लोगों पर जानलेवा हमले भी किए थे। 2015 में वह फिर जेल गया था। वहां पर मोनू ग्रुप के सरगना मोनू उर्फ देवेंद्र सिंह, राजू सिंह व सलमान भुट्टा के संपर्क में आ गया था। हिस्ट्रीशीटर प्रशांत पूनिया पर भी जानलेवा हमला कराया था। जिसके बाद फिर से जेल गया था।
वह राजस्थान की गुठली गैंग, मोनू गैंग के साथ मिलकर वारदातें करने लगा था। बाद में उसने अपनी अलग गैंग बना ली थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रोहित पर 30 से ज्यादा संगीन मामले दर्ज हैं।
5 दिसंबर 2023 को सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड की जिम्मेदारी रोहित गोदारा गैंग ने ली थी।
मूसेवाला के बाद राजू ठेहट और गोगामेड़ी मर्डर में आया नाम
पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में भी रोहित गोदारा का नाम सामने आया था। वह लॉरेंस के करीबी महेंद्र सहारण का बेहद भरोसेमंद था। महेंद्र सहारण ने ही सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में बदमाशों को गाड़ी उपलब्ध कराई थी। वह लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के साथ मिलकर काम करने लगा था। गोल्डी बराड़ ने पंजाब और रोहित ने राजस्थान में नेटवर्क बनाने पर काम शुरू कर दिया था।
दोनों ही लॉरेंस के लिए काम करते थे। दिसंबर 2022 में रोहित गोदारा का नाम सीकर के राजू ठेहट मर्डर केस में सामने आया था। रोहित ने बाकायदा ट्वीट कर मर्डर की जिम्मेदारी ली थी। ठीक वैसे ही जैसे पंजाब में गोल्ड बराड़ वारदात के बाद जिम्मेदारी लेता है। ये ट्रेंड लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ही शुरू किया था। राजू के मर्डर के बाद उसने लिखा था कि आनंदपाल और बलबीर बानूड़ा की मौत का बदला ले लिया है।
करीब 3 महीने पहले हरियाणा के शूटर नितिन फौजी के जरिए रोहित गोदारा ने जयपुर में राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की भी घर में घुसकर हत्या करा दी। एक बाद एक सनसनीखेज वारदातों के बाद रोहित का नाम अब हरियाणा के स्क्रैप व्यापारी सचिन की हत्या में आया है। इन सभी वारदातों के बाद रोहित ने सोशल मीडिया के जरिए पोस्ट कर कत्ल की जिम्मेदारी भी ली है।
पवन कुमार नाम से फर्जी पासपोर्ट की मदद से रोहित गोदारा फरार हो गया था।
गोदारा 13 जून 2022 को दिल्ली से फरार हो गया था। उसने कोलकाता से पवन कुमार के नाम से फर्जी पासपोर्ट बनवाया। वह नेपाल होते हुए दुबई भाग गया। उसकी कई बार लोकेशन कनाडा, अजरबैजान में भी आती है। उसके खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया था। हालांकि अभी रोहित गोदारा विदेश में ही बैठकर गैंग को ऑपरेट कर रहा है।