हिंदू धर्म और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खुलकर हिमायत करने वाली बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौट को भाजपा ने लोकसभा चुनाव में उतार दिया है। उन्हें हिमाचल प्रदेश की मंडी संसदीय सीट से टिकट दिया गया है। कंगना रनौट बॉलीवुड में मौजूदा पीढ़ी का ऐसा पहला बड़ा चेहरा हैं जो अच्छे-खासे चलते फिल्मी करियर के बीच राजनीति में कूदी हैं।
कंगना की गिनती बॉलीवुड की मौजूदा दौर की टॉप एक्ट्रेस में होती है। लंबे समय से कांग्रेस और भाजपा विरोधियों पर तीखे हमले करती रहीं कंगना अयोध्या में राम मंदिर बनाने की खुलकर वकालत कर चुकी हैं।
कंगना मूलतः हिमाचल प्रदेश की ही रहने वाली हैं और उनका घर मंडी में है। मंडी को छोटी काशी भी कहा जाता है। भाजपा ने उन पर दांव लगाकर इस पहाड़ी राज्य की सियायत में पहली बार ग्लैमर का तड़का लगाया है। प्रदेश में बॉलीवुड का कोई स्टार पहली बार चुनाव लड़ेगा।
मंडी लोकसभा सीट पर कंगना के सामने कांग्रेस पार्टी किसे उतारेगी? यह फिलहाल तय नहीं है। 2021 में भाजपा सांसद रामस्वरूप शर्मा के निधन के बाद हुए उपचुनाव में कांग्रेस की प्रतिभा सिंह यहां से सांसद बनीं लेकिन हाल ही में उन्होंने यहां से चुनाव लडऩे से इनकार कर दिया। मंडी लोकसभा सीट पर वर्ष 2009 से 2024 के बीच हुए 2 उपचुनाव में प्रतिभा सिंह ही यहां से विजयी रहीं।
सेलिब्रिटी के साथ-साथ लोकल भी
कंगना रनौट मूल रूप से हिमाचल में मंडी जिले के भांबला गांव की रहने वाली हैं। उन्होंने मनाली में अपना घर भी बना रखा है जो मंडी संसदीय हलके में ही पड़ता है। दरअसल मंडी संसदीय क्षेत्र में मंडी जिले की 10 में से 9 विधानसभा सीटों के अलावा कुल्लू जिले के सभी 4 विधानसभा क्षेत्र भी शामिल हैं।
इस बार लोकसभा की 370 सीटें जीतने का टारगेट लेकर मैदान में उतरी भाजपा के रणनीतिकार हर सीट पर माइक्रो वर्किंग कर रहे हैं। हिमाचल की बाकी 3 सीटों के मुकाबले मंडी में कड़े मुकाबले के आसार देखकर भाजपा ने यहां से कंगना को उतारने का फैसला लिया। यहां सेलिब्रिटी कार्ड के साथ-साथ कंगना के लोकल कनेक्शन को भुनाने की रणनीति है।
करण जौहर को बता चुकी मूवी माफिया
कंगना रनौट फिल्मों के साथ-साथ कई सेलिब्रिटीज के साथ पंगे की वजह से चर्चा में रही हैं। वह बॉलीवुड इंडस्ट्री में चलने वाले नेपोटिज्म यानी भाई-भतीजावाद के खिलाफ खुलकर बोलती रही हैं। नेपो किड्स उनके निशाने पर रहे हैं और वह आउटसाइडर्स के लिए आवाज उठाती रही हैं।
कंगना ने एक बार बॉलीवुड के मशहूर डायरेक्टर और धर्मा प्रोडक्शन कंपनी के कर्ता-धर्ता करण जौहर के शो कॉपी विद करण में उनको मूवी माफिया और नेपोटिजम का फ्लैग बियरर तक बता दिया था। कंगना ने कहा था कि करण जौहर केवल स्टार किड्स को प्रमोट करते हैं और छोटे शहरों से आने वाले कलाकारों को बॉलीवुड में टिकने नहीं देते।
एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड के बाद भी कंगना ने बॉलीवुड के बड़े प्रोडक्शन हाउस के खिलाफ बयान दिए। नेपोटिज्म पर उनके बयान के बाद करण जौहर के साथ-साथ सलमान खान, आलिया भट्ट जैसे सितारे भी सवालों के घेरे में आ गए।
महाराष्ट्र में शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी के गठबंधन वाली सरकार के दौरान मुंबई में कंगना रनौट का दफ्तर तोडऩे के बाद भी वह खूब चर्चा में रही थीं।
किसान आंदोलन से जुड़ी टिप्पणी पर हो चुका क
कंगना रनौट को कला के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए पद्मश्री अवॉर्ड मिल चुका है। 8 नवंबर 2021 को तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें यह सम्मान दिया था।
कंगना भाजपा के विरोधी दलों और उनकी ओर से चलाए जाने वाले आंदोलनों पर तल्ख टिप्पणियां करती रही हैं। किसान आंदोलन के दौरान उन्होंने धरना देने वाली महिलाओं के बारे में कह दिया था कि ये लोग 100-100 रुपए लेकर धरने में आती हैं। इसे लेकर उनके खिलाफ पंजाब के कोर्ट में मानहानि का केस भी किया गया। राजपूत परिवार में जन्मी कंगना को शुरू से मॉडलिंग का शौक रहा। इसके चलते वह अपनी पढ़ाई भी पूरी नहीं कर पाईं। कंगना के माता-पिता उन्हें डॉक्टर बनाना चाहते थे इसलिए उन्होंने 10वीं के बाद उन्हें पढऩे के लिए चंडीगढ़ भेज दिया। कंगना ने 12वीं तक की पढ़ाई चंडीगढ़ के डीएवी स्कूल से की।
कंगना की डॉक्टर बनने में कोई रुचि नहीं थी इसलिए वह 16 साल की उम्र में मुंबई चली गईं। मुंबई जाने से पहले उन्होंने दिल्ली और चंडीगढ़ में मॉडलिंग की ट्रेनिंग ली।
पहली ही फिल्म छोड़ दी, गैंगस्टर से किया डेब्यू
कंगना रनौट 17 साल की उम्र में वर्ष 2004 में मशहूर डायरेक्टर पहलाज निहलानी के निर्देशन में बन रही फिल्म से डेब्यू करने वाली थीं। कुछ दिनों की शूटिंग के बाद कंगना ने किसी वजह से फिल्म बीच में ही छोड़ दी।
इसके बाद उन्होंने महेश भट्ट की फिल्म गैंगस्टर से डेब्यू किया। अपनी पहली ही फिल्म से कंगना को बॉलीवुड इंडस्ट्री में पहचान मिल गई। इसके बाद उन्होंने वो लम्हे, लाइफ इन अ मेट्रो, वन्स अपोन अ टाइम इन मुंबई, तनू वेड्स मनु, कृष, क्वीन, और मणिकर्णिका जैसी फिल्मों में अपने अभिनय की छाप छोड़ी
आखिरी फिल्म तेजस रही फ्लॉप, इंदिरा पर बनी इमरजेंसी से चर्चा में
कंगना की आखिरी रिलीज फिल्म तेजस थी लेकिन वह फ्लॉप रही। इन दिनों वह अपनी अपकमिंग फिल्म इमरजेंसी को लेकर चर्चा में है। ये फिल्म खुद कंगना ने ही डायरेक्ट की है। पॉलिटिकल ड्रामा पर आधारित इस फिल्म में कंगना ने भारत की पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी का रोल प्ले किया है।