आकसा शिमला। हिमाचल प्रदेश में सत्तारूढ़ दल कांग्रेस के प्रत्याशी अभिषेक मनु सिंघवी को हराकर भाजपा के हर्ष महाजन ने राज्यसभा चुनाव जीत लिया है। दोनों दलों के प्रत्याशियों को 34-34 वोट मिले थे। इसके बाद पर्ची से फैसला हुआ जिसमें भाजपा ने बाजी मारी। जानकारी के अनुसार हर्ष महाजन आज तक कोई भी चुनाव नहीं हारे हैं। वर्तमान में महाजन भाजपा कोर ग्रुप के सदस्य हैं। हर्ष महाजन पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह के करीबियों में से एक थे और उनके प्रमुख रणनीतिकार माने जाते थे। हर्ष तीन बार चंबा विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे। वीरभद्र सरकार में पशुपालन मंत्री भी रहे। वह राज्य सहकारी बैंक के चेयरमैन भी रह चुके हैं।
हर्ष महाजन ने अपनी जीत के बाद कहा कि कांग्रेस की सरकार बहुमत खो चुकी है। अगर शर्म है तो सीएम को इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि राज्य में कांग्रेस की सरकार गिरेगी और भाजपा की सरकार बनेगी। एक हफ्ते या एक महीने के अंदर प्रदेश में कांग्रेस सरकार गिर जाएगी। महाजन ने अपनी जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को दिया।
हर्ष महाजन वर्ष 1993 से 2007 तक तीन बार चंबा विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे। वर्ष 2007 के बाद से महाजन ने पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह के चुनावों का जिम्मा संभाला था। 1993 में पहली बार विधायक बने महाजन तत्कालीन सरकार में मुख्य संसदीय सचिव रहे। 1998 में प्रदेश कांग्रेस का चीफ व्हीप चुना गया। 2003 में महाजन कैबिनेट मंत्री बने थे। वर्ष 1986 से 1996 तक महाजन प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। 2012 में राज्य सहकारी बैंक का चेयरमैन नियुक्त किया गया। वह कांग्रेस प्रदेश कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष भी रहे।
हर्ष महाजन पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री देस राज महाजन के बेटे हैं। उनका जन्म 12 दिसंबर 1955 को चंबा में हुआ था। महाजन ने बीकॉम और एमबीए की है। उन्होंने श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स नई दिल्ली और दिल्ली विश्वविद्यालय से पढ़ाई की। 7 जून 1983 को उनकी शादी उमा सिंह से हुई। 28 सितंबर 2022 को विधानसभा चुनाव के दौरान हर्ष महाजन भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए।